हौसला मत टुटने देना, जिवन में खुद को ना झुकने देना।।
जिवन में कुछ नाम कमा लो, अलग एक पहचान बना लो।
खुली हुई है आसमां की बाहें, जो चाहे करतब दिखला लो।।
दुनिया की तु रित समझले ,प्यार से सबका दिल जीत ले।
कर्मों में ना कभी दाग लगाना, कर्मों से ना करना बहाना।।
कर्म पथ पर चलो निरंतर कर्मों में ना करो कोई अन्तर।
लक्ष्य तुम्हारे होंगे आसान ,सभी करेंगे तुम्हारे यश गान ।।
जिवन का तुम नियम समझलो, आत्म विश्वास को दृढ़ करलो।
हर मंजिल तुम्हें मिल जाएंगे ,खुद को तुम संकल्पित करलो।।
हौसला मत टुटने देना जिवन में खुद को ना झुकने देना।
समय का है नहीं भरोसा कब मिल जाए जिवन में धोखा।।
स्वरचित कविता
रनजीत कुमार तिवारी